मेरी कलम से लिपटे आकर, जाने किस-किस के अरमान मैं ख़ुश शायर कहला कर, आबाद रहें जिनका एहसान
अति सुन्दर
अगर यह शेर आपका है तो सुब्हानअल्लाह और अगर किसी और का है तो इतने उम्दा कलेक्शन के लिए आपको बधाई.
bahut hi umda sher bahut hi achha laga padhkar. poonam
ज़र्रा-ज़र्रा मेरी ख़ुश्बू से रहेगा आबादमैं लख़्त-लख़्त हवाओं में बिखर जाऊँगा - बहुत खूब
Hello ji,Bahut sundar likha hai aapne!And thanks a lot for your valuable comment on my blog!Regards,Dimplehttp://poemshub.blogspot.com
bahut khoobआज कुछ कर गुजरने वाला हूँबन के खुशबू बिखरने वाला हूँ
zabardast lagi umda
bahot achche.
वाह!क्या खूब शेर कहा है!
सुन्दर ! क्या गढ़ाव है !
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10 comments:
अति सुन्दर
अगर यह शेर आपका है तो सुब्हानअल्लाह और अगर किसी और का है तो इतने उम्दा कलेक्शन के लिए आपको बधाई.
bahut hi umda sher bahut hi achha laga padhkar.
poonam
ज़र्रा-ज़र्रा मेरी ख़ुश्बू से रहेगा आबाद
मैं लख़्त-लख़्त हवाओं में बिखर जाऊँगा - बहुत खूब
Hello ji,
Bahut sundar likha hai aapne!
And thanks a lot for your valuable comment on my blog!
Regards,
Dimple
http://poemshub.blogspot.com
bahut khoob
आज कुछ कर गुजरने वाला हूँ
बन के खुशबू बिखरने वाला हूँ
zabardast lagi umda
bahot achche.
वाह!क्या खूब शेर कहा है!
सुन्दर !
क्या गढ़ाव है !
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